एक तिनका
इस दुनियाँ में मैं कि,
दरिया में पड़ा हुआ-
एक तिनका,
जिसका न हो
अपने उपर
कोई नियंत्रण,
और हो वह-
वर्तुल इच्छालहर के
वश में पड़ा
अभिशप्त,
चकरघिन्नी की तरह,
इधर उधर भटकता
ठोकरें खाता मैं कि
दरिया में पड़ा हुआ
एक तिनका।
इस दुनियाँ में मैं कि,
दरिया में पड़ा हुआ-
एक तिनका,
जिसका न हो
अपने उपर
कोई नियंत्रण,
और हो वह-
वर्तुल इच्छालहर के
वश में पड़ा
अभिशप्त,
चकरघिन्नी की तरह,
इधर उधर भटकता
ठोकरें खाता मैं कि
दरिया में पड़ा हुआ
एक तिनका।
No comments:
Post a Comment