Tuesday, December 30, 2014

अभिनन्दन, नव वर्ष तुम्हारा


 अभिनन्दननव वर्ष तुम्हारा

अभिनन्दन,
नव वर्ष तुम्हारा।

नयी भोर है,
नयी उमंगें,
नया जोश है,
हर जन मन में।
शुभ हो मेरा,
सबका शुभ हो,
नहीं किसी
जीवन में दुख हो।
रोग, दोष, भय,
भागे सारा।
अभिनन्दन,
नव वर्ष तुम्हारा।

कर न पाये
आज तलक जो,
करें इस बरस
हम सब मिल वो।
सबके जीवन
में सुधार हो,
मानवता की जय
बार बार हो।
बहे प्रेम
सरिता की धारा।
अभिनन्दन,
नव वर्ष तुम्हारा।




Thursday, December 25, 2014

जी रहे हैं हम...

जी रहे हैं हम...

जी रहे हैं हम,
या कि
जीवन काटते हैं ?

ओढ़ बैठे रूढ़ियाँ
आस्था के नाम पर,
हैं ज़हालत बाँटते
धर्म के व्यापार घर।
त्याग कर के
सहज जीवन,
हम बनावट बाँटते हैं।
जी रहे हैं हम,
या कि
जीवन काटते हैं ?

ताज़ी हवाएँ अनवरत हैं
खटखटाती द्वार,
क्यों न कर पाते हैं हम
सत्य को स्वीकार ?
त्याग कर सारे अहं
हम प्यार
क्यों न बाँटते हैं ?
जी रहे हैं हम,
या कि
जीवन काटते हैं ?

अनेकानेक द्वन्द्वों में
घिरी है ज़िन्दगी,
आत्मा की ध्वनि सरल
किसने सुनी ?
अन्त में अक्सर
स्वयं को
धिक्कारते हैं।
जी रहे हैं हम,
या कि
जीवन काटते हैं ?


Saturday, December 6, 2014

जीवन में यदि कुछ पाना है...

जीवन में यदि कुछ पाना है...

जीवन में यदि कुछ पाना है,
चलना तो हमको ही होगा।
जीवन पथ रौशन करने को
जलना तो हमको ही होगा।

मानता हूँ ज़िन्दगी काँटों भरी है,
फूल भी खिलते इसी में हैं मगर।
लाख हों दुश्वारियाँ लेकिन इन्हीं से
जूझना पड़ता हमें है उम्र भर।
स्वीकार करके हर चुनौती ज़िन्दगी में,
लड़ना तो हमको ही होगा।
जीवन में यदि कुछ पाना है,
चलना तो हमको ही होगा।

हैं भ्रमित करतीं हमें निज लक्ष्य से
धूप हो या फिर घनेरी छाँव हो।
प्रतिपल लुभातीं रंगरलियाँ हैं जगत की
धँस रहा गहरे भले ही पाँव हो।
ऊर्ध्वगामी दृष्टि, थिर मन बुद्धि लेकर
बढ़ना तो हमको ही होगा।
जीवन में यदि कुछ पाना है,
चलना तो हमको ही होगा।

Wednesday, December 3, 2014

धूप

धूप

धूप धरा पर उतरी,
जैसे
जीवन उतरा।

पशु, पक्षी, मानव सब निकले,
अपने अपने गेह से,
सूरज की किरणें मिलतीं हैं,
सबसे अतिशय स्नेह से।
थमी ओस की बारिश,
घटा,
शीत का पहरा।
धूप धरा पर उतरी,
जैसे,
जीवन उतरा।

बीज अंकुरित हुए ज़मीं में
जीवन नया बसाया,
पुरुष प्रकृति का मिलन सुहाना
सबके मन को भाया।
कोयल नाच उठी उपवन में
बाँध शीश पर सहरा।
धूप धरा पर उतरी
जैसे

जीवन उतरा।