इस होली
ओ श्याम!
इस होली,
रंग दे मुझको,
अपने रंग में।
ना रहूँ मैं,
ना मेरी कोई पहचान।
हकीकत भी यही है।
मैं तेरी हूँ,
तुझसे हूँ,
मेरा तेरा सम्बन्ध ही
एकमात्र सत्य है।
चिर है।
ओ श्याम!
इस होली,
रंग दे मुझको,
अपने रंग में।
ना रहूँ मैं,
ना मेरी कोई पहचान।
हकीकत भी यही है।
मैं तेरी हूँ,
तुझसे हूँ,
मेरा तेरा सम्बन्ध ही
एकमात्र सत्य है।
चिर है।
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